किस कोख की जन्मी है तू तुझे किसने पाला है । तू जानती नहीं मगर तेरी उम्मीदों का दरिया भी मलाल करने वाला है । 3 फूल सी बेटियां मिली है तुझे मगर तेरा बेटो के लिए मुँह काला है । अब 2 बेटे और भी मिल गए है तुझे न कर इतना भेदभाव 3 और 2 के बीच, ये मत भूल तू माँ है तो क्या हुआ ऊपर बैठा खुद खुदा भी तेरा इन्साफ करने वाला है मत कर ए औरत ऊनी औलाद पर ही सितम