मैंने बुरे लोगों से सीखा है कि बुरा होना कितना बुरा होता है। धोखा देने वालों ने जब धोखा दिया तब मुझे पता चला कि धोखा खा कर कितना कष्ट होता है। छल करने वालो से जाना है कि किसी को छलना नहीं चाहिए। घमंडियों ने सहृदय बनाया मुझे, निष्ठुर लोगों ने मेरे दिल को मोम किया। हत्यारों से मैंने प्राण का मूल्य जाना। प्रेम को अपमानित करने वालों ने मुझे जीवन में प्रेम की कद्र करना सिखाया। अविश्वास करने वालों से मैंने विश्वास करने के महत्व को समझा। गैरजिम्मेदार लोगों ने ज़िम्मेदारी लेनी सिखाई। चरित्रहीन लोगों को देख कर मुझे चरित्र की ज़रूरत पता चली। सभी बुरे, निष्ठुर, अभिमानी, अविश्वासी, हत्यारों, चरित्रहीनों, कठोर और छलिया लोगों का शुक्रिया जिन्होंने मेरे जीवन में आ कर मुझे बताया कि मुझे उनके जैसे नहीं बनना है। इस तरह मुझे उन लोगों ने बनाया है, जिन्होंने मुझे बर्बाद करने में कोई कसर कभी नहीं छोड़ी। OM BHAKAT "MOHAN,(कलम मेवाड़ की) Sandeep