माँ-बाप की खुशी के लिए, कर दी अपनी खुशियाँ कुरबान, चाहे बेरंग हो गई अपनी ज़िन्दगी, सम्भाले रखी उनकी आन। बैठ गई डोली में, बनकर एक ज़िन्दा लाश, समझ सकता बेबसी उसकी कोई, काश। लोगों के हजूम में रह गई तन्हा, बन गया उसकी ज़िन्दगी का वो सबसे चुभने वाला लम्हा। #alonegirl#KalpanikRachna😊