बहुत हो गया दुख में जीना पल पल रोना अब जिंदगी को एक नया आयाम है देना कभी मुड़कर पीछे नहीं है देखना एक नया मकसद होगा जोड़ना बचपन से जैसे खुद को था सीखा रोकना अब नई ऊंचाइयों को तुम्हें फिर से हैं छूना A new beginning awaits😊