क्यों बैठी उनपे तितली फूलों का महकना क्या है, देखा तुम्हें तो जाना आज मुझे लिखना क्या है ! मधहोशी का रास्ता सिवा मयखाने के दूसरा क्या है , तेरी आँखों को देखा तो जाना पीये बिना पीने में मज़ा क्या है ! क्या होती है रागिनी सुरों की सरगम क्या है , बोले तुम तो जाना कोयल का कहकना क्या है ! क्यों पसंद है उसकी चाँदनी उसमें ऐसा क्या है , रूप तेरा देखा तो जाना चाँद का चमकना क्या है ! - युग #देखा तुम्हें तो जाना