चांद की हिम्मत तो देखो.. सुरज को ढकने चला था.. लोगो ने भी अपना खुदा पानी मे रखा था.. थोडी देर के लिए सही.. चांद के जिद़ के आगे.. सुरज की नही चली.. और दिन के उजाले में.. पलक झपकते शाम ढली.. हमेशा दिन मे सुरज की.. अपनी पेहचान होती थी.. आज चांद ने ग्रेहण लगाकर.. उसपे अपनी परछाई लगा दि! #SolarEclips #MyStuff #SunMoon #Saturday