दो फूल मलिक परिवार के , जो हर वक़्त सुगंध फैलाते है.. हस्ते है, गाते है अपनी आदाओ से सबका मन बहलाते है.. हर सुख दुख की घड़ी में , यह अपने आंगन को महकाते है.. जिन्दगी के उतार चढ़ाव में थक हार कर मत बैठ जाना , हर हाल में ख़ुश रहना यह लोगों को भी सिखाते है.. हर अंधेरी रात के बाद, एक नई सुबह की तरह नई उमंग, एक नए उत्शाह से लहराते है.. अपनी चंचल सी अदाओं से, हर रोज़ हमें हसाते है.. 🙏यह फूल हमेशा खिलखिलाते रहे, अपनी सुगंध से युही सारा जहान महकाते रहे...🙏 आर k बी ✍️... #Rose #BirthDay #poem #Poetry