आते जाते हैं कई रंग मेरे चेहरे पर लोग लेते है मज़ा ज़िक्र तुम्हारा करके राह भटका देते है मंज़िल से पहले ही वो खूबसूरत चेहरे कुछ पास से, कुछ दूर से इशारा करके सुख, चैन, अमन, हसी, खुशी सब लुट सा गया है उस पुराने खत के नीचे नाम तुम्हारा पड़के pyar k rang anokhe