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मशरूफ रहकर भी याद करने लगे हो, लगता है इश्क़ हमसे

मशरूफ रहकर भी याद करने लगे हो,
लगता है इश्क़ हमसे बेहिसाब करने लगे हो।
कभी खामोश तुम्हारी जुबां रहती थी,
आज कई सवाल जवाब करने लगे हो ।
लगता है इश्क़ हमसे बेहिसाब करने लगे हो।

©Ritu shrivastava #sukun e dil
मशरूफ रहकर भी याद करने लगे हो,
लगता है इश्क़ हमसे बेहिसाब करने लगे हो।
कभी खामोश तुम्हारी जुबां रहती थी,
आज कई सवाल जवाब करने लगे हो ।
लगता है इश्क़ हमसे बेहिसाब करने लगे हो।

©Ritu shrivastava #sukun e dil