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पकड़ बारिश की डोर को चल बादलों को उड़ाते हैं। बि



पकड़ बारिश की डोर को
चल बादलों को उड़ाते हैं।
बिजलियों के मांझे ले,
तूफानों के सिर मंडराते हैं।
मेरी महबूबा ने मांगा है,
चलो चाँद काट कर लाते हैं
पकड़ बारिश की डोर को
चल बादलों को उड़ाते हैं।। #simile #metaphor #hyperbole #literarydevices


पकड़ बारिश की डोर को
चल बादलों को उड़ाते हैं।
बिजलियों के मांझे ले,
तूफानों के सिर मंडराते हैं।
मेरी महबूबा ने मांगा है,
चलो चाँद काट कर लाते हैं
पकड़ बारिश की डोर को
चल बादलों को उड़ाते हैं।। #simile #metaphor #hyperbole #literarydevices