Nojoto: Largest Storytelling Platform

----कुंडलिया---- अंतरमन के प्रेम से, बनता इक संस

----कुंडलिया----


अंतरमन के प्रेम से, बनता इक संसार। 
सबसे प्यारा है मुझे, अपना ये घर-द्वार।। 
अपना ये घर-द्वार, एकता का चिह्न बना। 
सपने सबके एक, प्यार सबमें बहुत घना।। 
देते सबका साथ, और मिलाते मन से मन। 
विनय करूँ हे नाथ , रहे पुलकित अंतरमन ।।

-वेधा सिंह #ghar #vedhasingh
----कुंडलिया----


अंतरमन के प्रेम से, बनता इक संसार। 
सबसे प्यारा है मुझे, अपना ये घर-द्वार।। 
अपना ये घर-द्वार, एकता का चिह्न बना। 
सपने सबके एक, प्यार सबमें बहुत घना।। 
देते सबका साथ, और मिलाते मन से मन। 
विनय करूँ हे नाथ , रहे पुलकित अंतरमन ।।

-वेधा सिंह #ghar #vedhasingh
vedhasingh4433

Vedha Singh

New Creator