ये सरसराती हुई बारिश... ये बहकाती थंडी हवाये... महेक उठी है ये धरती... घने बादल जो दिलको बहलाये... शाको से गुजरती ये बारिश कि बुंदे, पत्तो को चुमती जाये... झील्मीलाती हुई ये धरती फिरसे तार दिलो के छेड जाये... #wobaateunkahi #rain #yqbaba #yqdidi