मेरी एहसास है तू मेरी जज़्बात है कैसे में बताऊ कितनी खास है तू में कतरा ही सही पर मेरी प्यास है तू कैसे में बताऊ कितनी खास है तू मेरी हर कविता की साज है तू मेरी हर शायरी की राज है तू मेरी हर उम्मीद मेरी आस है तू दूर रह के भी पास है तू मेरी हर सांस है तू कैसे तुझे बताऊ कितनी खास है तू मेरी एहसास है तू मेरी जज़्बात है तू कैसे तुझे बताऊ