निकाल पड़ा हुं मैं अल्फाजों की दुनियां में..! नहीं जानता मैं कहां कब ठहराव होगा..!! लेकिन अब रुकना वहीं है जहां ये मुशाफिर आज़ाद होगा...!!!! ©Lokesh Soham सफ़र का आगाज..... #walkingalone