प्रिय जीजी❣️... आज भी हर रात कुछ देर बैठ कर निहारता हूँ... तारों को उस बरामदे से जहाँ बैठकर हम देर रात तक बातें किया करते थे... चर्चे शुरू होते थे✨ चंदामामा की कहानियों से लेकर डफ़ली वाले की कहानी तक... सोचता हूँ शायद कहीं तू नजर आ जाएं ,काश हल्की सी तू मुस्कुरा जाए... लेकिन तुम तो कहीं नजर आती ही नहीं और फिर मैं उठ कर चला जाता हूँ... तुम्हें महसूस कर अगली रात तुमसे मिलने के इंतजार में... जीजी-दादी❣️ बरामदा-बैठने का स्थान✍️ तुम्हारी याद में...🌷✍️ Hey writer! Decorate this background with your soulful words. Hashtag- #cartoonsworld