तुझे रकीब की बाहों में सोने की जल्दी थी, मेरी लाश पर यूं ही कफ़न ना था, तेरे हाथों में हल्दी थी। हम तो ख़ामोश हो गए चुपचाप, धीरे से निकल गए, चिल्ला भी लेते हम ,तुम सुनते नहीं तेरे कानों में शहनाई की गूंज थी। #nojotohindi#shayari#poetry#sadshayari#lovefail#bichoda