फिर भी इसने मुझे नहीं छोड़ा, अकेलापन पकड़े रहे गहरी रातों में। दिल में घोंसला बन जाते तुम्हारे सपना, आंखों में बारिश आ जाती है यादों के बादल से। सुप्रभात। रात कितनी भी गहरी क्यों न हों अधिक दिन तक आकाश पर बनी नहीं रह सकती। सूरज चमक कर ही रहता है। दिन निकल ही जाता है। #दिननिकलगया #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #tinku_ranjan_mitra #hindipoetry #गहरी #एकलापण #हिन्दीकविता