जिन्हें रिश्ते सहेज कर रखना अच्छा लगता था, वो आज रिश्ते तोड़े बैठे हैं। जिन्हें लोगों से बात करना अच्छा लगता था, वो आज यूँ गुमसुम बैठे हैं। जिनकी ख्वाहिश कभी सभी से हंसकर मिलने की होती थी, वो आज यूँ सब का दिल दुखाये बैठे हैं। जिन्हें लगता था कि जिन्दगी यूँ ही अच्छी है, वो भी आज यूँ धोखा खाए बैठे हैं। #रिश्ते #सहेजकर #रखना