स्मृति में अनवरत ही यादों का सिलसिला प्रवाहमान है, नित चिंतन मनन कर उद्वेलित हो जाता मेरा हृदयगान है, समूल सृष्टि का नियम,भूत के कार्यकलाप अविस्मरणीय है, यदा कदा दौड़े चले आये जहन में जो कि सदैव स्मरणीय है। #Contest19 (Hindi/उर्दू) 💌प्रिय लेखक एवं लेखिकाओं, कृपया अपने अद्भुत विचारों को कलमबद्ध कर अपनी लेखनी से चार चांँद लगा दें। 🎀 उपर्युक्त विषय को अपनी रचना में अवश्य सम्मिलित करें 🎀 4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें,