कभी पत्थर पर फूल खिल जाते है, कभी अजनबी अपने बन जाते है !! कभी लाशो को कफ़न तक नहीं मिलता , कभी लाशो पर ताजमहल बन जाते है !! #itefaaq #wrinkledpen #kabhi