#OpenPoetry अपनी उम्र से 5 साल छोटी है , ये यारी अपनी।। मानों जैसे जिंदगी से भी लम्बी है, ये यारी अपनी ।। थामा बचपन में साथ , गुज़रा वक़्त पर बना रहा साथ।। मानों जैसे जवां हो गई है, ये यारी अपनी।। अपनी उम्र से साल छोटी है, ये यारी अपनी।। तब लंच बांटा करते थे, अब साथ सब सुख-दुख, मानों समझदार हो गई है यारी अपनी।। -r!nkal Bhardwaj- for my bestie #18yr complete# for my best friendship happy friendship day