गगन में उड़ते ये नन्हें परिंदे लगा हौंसलो की उड़ान उन्मुक्त रहें इनकी उड़ान, न रोको इन्हें करो प्रकृति का सम्मान। बाधक न बन इंसान यही हमारे भविष्य की पहचान। भोर की आगाज न हो तो, सूना लगेगा हिन्दुस्तान परिंदों से पनपे है ये धरा,बचालो रे इंसान। ©Sunita #परिंदे_की_उड़ान