थक गए हो तो थकन छोड़ के जा सकते हो, तुम मुझे वाकियातन छोड़ के जा सकते हो। हम दरखतों को कहां आता है हिजरत करना, तुम परिंदे हो वतन छोड़ कर जा सकते हो। तुम से बातों में कुछ इस दर्जा मगन होता हूं, मुझ को बातों में मगन छोड़ के जा सकते हो। ©AJEEM KHAN #हिजरत #दरखत #परिंदे #अलविदा #SunSet