ये अन्दाज़े क़ातिलाना कोई उनसे सीखे ख़्वाबों में आना जाना कोई उनसे सीखे। फ़ुरक़त के भयानक लम्हों में अक्सर यूं दिल बहला जाना कोई उनसे सीखे। मग़मूम फज़ाओं में, वहशत की घटाओं में अन्दाज़े मुशफ़िक़ाना कोई उनसे सीखे। ख़ज़ाँ के दौर में जब गुलों की क़िल्लत हो तब बन के फूल सा खिल जाना कोई उनसे सीखे। #NojotoHindi #khuwab #andaaz #seekh #koi_unse#shayri #urdushayari Soumya Jain