बातो के बहाव में बहने वाली एक नादान मछली प्यार की मारी समुंद्र जैसी दुनिया से अंजान लोगो के बीच रहकर भी उनकी सोच से परे जिसका दिल प्यार की भाषा समझता दिलदार के लिए दिल का धड़कना समझता एक रोज़ दिलदार समझा गया उसे आज की सच्चाई करोड़ो इंसान होने के बावजूद एक के लिए दिल धड़कने की विज्ञान समझा गया तब कुछ सच्चाई समझ आई दिल तो खुद के लिए धड़कता है जीना मरना बेशक चलता है कोई किसी के लिए नहीं जीता यह सच्चाई समझ आई...... # msz to young lovers