रोंनक बहुत थी इस शहर में तुमने बहुतों को रूलाया था उम्र से छोटे-बडे़ दोनों को सताया था बईमानी की कश्ती डूबी और जिंदगी ने ऐसा मोड़ लिया कमाई का जरिया क्या पता चला शहर को चिड़ियों ने दाना खाना छोड़ दिया ©Ravi Kumar Shah be positive be humble