एक दिन बैठे बैठे अपनी मोहब्बत का अंजाम लिख दिया!! उसके शुरुआती प्यार से उसके बदलते व्यवहार तक का किस्सा तमाम लिख दिया!! हटा कर अपनी ग़ज़लों से लफ्ज़ 'बेवफा' उस जगह पर उसका नाम लिख दिया!! फिर सोचा क्यूँ आया मुझे ये खयाल, कैसे मैने अपनी मोहब्बत को बदनाम लिख दिया!! अंत में उसे करके माफ उसकी बेवफाई के लिए, यही है मेरा इंतकाम लिख दिया!! संगीत.... ✍ #ख्याली