Nojoto: Largest Storytelling Platform

पता नहीं उसे समझा पाऊँगी भी या नहीं खुशियाँ उसकी

पता नहीं उसे समझा पाऊँगी भी या नहीं 
खुशियाँ उसकी लौटा पाऊँगी भी या नहीं 
उसे बहूत चाहती हूँ ये बता पाऊंगी भी या नहीं 
पता नहीं मैं ख़ुद को माफ़ कर पाऊँगी भी या नहीं 
पता नहीं ज़िंदगी की शुरुआत कैसे करूँगी 
वेलकम करूँगी या तिरस्कार करूँगी 
उसका कुछ तो उधार हैं अब भी मुझ पर
ना जाने मैं फिर से जी उठूगी या हर बार मरूंगी

©Swati Tyagi
  #MoonShayari #Nojoto #swatityagi