हम तो, पहले ही बिखरे हैं, और कितना बिखराओगे.. ए ज़ालिम ज़माने, क्या तुम हमें समेट पाओगे..? #Gulzaariyat #yqdidi #yqbaba #ruhaniyat #jaunelia #collab #eveningthought #yqthoughts