सुबह सुबह की ओस की बूंदे जैसे फूल पे बिखरे मोती एक ऐसा सुंदर शीशा जिसके अंदर, हर कला, हर सुंदरता की स्मृति है होती एक मुरझाए फूल को फिर से मुस्कुराहट देने की शक्ति दुनिया की सबसे ज्यादा शुद्ध मानो, एक परम भक्त की भक्ति उसमे खुद को देखो तो चेहरे पे आ जाए एक हंसी उसमे देखो, तो हो जाए इश्क़ का दीदार मानो उसने तोड़ दी हो हमारे बीच की हर दीवार Hello amazing writers💖 ✒We decided to give you 1 topic daily on which you have to write your thoughts. So today's topic is "Dewdrops" ✒There is no restrictions on length and language of your post. ✒for long form post copy paste your writes in caption of your post.