रक्षाबंधन पे भाई से , बहन तमहीद करती है तेरे सर के बलाओं की बड़ी तनक़ीद करती है जहाँ की नारियों को तुम सदा सम्मान से देखो कलाई पर बँधी राखी , यही उम्मीद करती है --प्रशान्त मिश्रा रक्षाबंधन