Environment घेरे जो हमे चारो ओर से पर्यावरण एक ऐसा आवरण हैं,, नही आ रही जरा शर्म कर रहा इंसान जिसका हरण हैं।। क्या भविष्य होगा अपना, सब शून्य शिथिल सा मालूम होगा, कम हो रही हैं सांसे भी, अनेक रोगों का हो रहा वरण हैं। नही सुनता था किसी की मनुष्य वृक्ष कटान,और फैला प्रदूषण ही इसका पहला कारण हैं। ©kajal save your environment #EnvironmentDay2021