तभी तो है वहां एक छोटा सा घर... Peace In Caption उत्तर में कुछ हैं सुंदर वादियां बेहद घनी, एकदम सुकून भरी तभी तो है वहां एक छोटा सा घर शहर की पहुंच से दूर कहीं घर खाली है पानी की गहराई में खोए मन की तरह हां लुभाता है हर रोज कोयल सी इक धुन की तरह जब गुनगुगाता है सुर ताल मिला धीमे से इक कवि