तुम्हारे किए गए जुल्मो सितम का हिसाब क्या करना तुम तो अपने हो तुमसे तकरार क्या करना जूठा ही सही थोड़ा सा प्यार दे देना, अब दूसरों से प्यार का उधार क्या करना तेरी बेरुखी पसंद है,तेरी बेवफाई भी मंजूर है मुझसे मुंह फेरना,मुझे नजरअंदाज करना,,,,,सब चलेगा। अब फिर से इश्क का कारोबार क्या करना अब किसी से आँख नही मिलानी मुझे ना ही किसी के ख्यालों में फिर से खोना है किसी से इश्क की बातें अब ना होगी मुझसे और ना ही अब किसी का भी होना है फिर से अपने दिल की इज्जत को तार तार क्या करना अब फिर से इश्क का कारोबार क्या करना तुम्हारे किए गए जुल्मो #सितम का #हिसाब क्या करना तुम तो अपने हो तुमसे #तकरार क्या करना #जूठा ही सही #थोड़ा सा #प्यार दे देना, अब दूसरों से प्यार का #उधार क्या करना तेरी बेरुखी पसंद है,तेरी बेवफाई भी मंजूर है मुझसे मुंह फेरना,मुझे #नजरअंदाज करना,,,,,सब चलेगा।