बेटियों क्या तुम कमज़ोर हो..??" यदि नहीं तो क्यों.... चुप रह कर बढ़ावा देती हो? कभी लाचार तो , कभी कमजोर बताकर ... दबाई जाती है बेटी । बेटी बचाओ जैसी नारो से, कुछ और नहीं बस... कमजोर बताई जाती है बेटी ।। ना कि वो आपकी हक की लड़ाई लड़ी जाती है यूं ही कमजोर बताकर के जिस्मो के बाजार में ,बैठाई जाती है बेटी....।। अपने ही घरों से, यूं ही पराई बनाई जाती है बेटी ,कह कर के पराया धन.... अभी भी.. जन्म के पहले दिन से ही, मानसिक-शारीरिक तौर परसिमटी हुई बताई जाती है बेटी।। क्यों....??? आखिर क्यों...? उठो जागो... बेटियों...।। तुम्हें अपनी हक की लड़ाई खुद लड़नी होगी।। सोच बदलो , इंडिया बदलेगा। साथ आओ हर कोई उभरेगा।। #Bharat @love @girlpower #girls #support