इस रात में मैं कुछ लिखने आयी थी, एक इश्क़ की क़लम अपने साथ लायी थी, तुमसे मिलकर मानों कहीं खो गयी हो मेरी ज़ुबान, वरना आज तो तुम्हारी शिकायते बेहिसाब लायी थी !! A.S