दोस्तों की दुआ दोस्तों की दुआ थी बस जब कोई दर्द में दुआ देने वाला नहीं था सब तकलीफ के पल थे जिसमें दोस्तों के सिवा साथ जीने वाला नहीं था दर्द की डगर बहुत तकलीफ़ दे गई दोस्त ना होते तो मै ना होता वो जागते थे तब मै ना सोता वो साथ थे तो पिया गया वो वक़्त मुझसे जिया गया ये कड़ा ज़हर तकलीफ का वरना मै पीने वाला नहीं था दोस्तों की दुआ थी बस जब कोई दर्द में दुआ देने वाला नहीं था दोस्तो की दुआ