कोई दर्द से कहेगा क्या कुछ कम करें ये फलज़फा कुछ वक्त में मिट जायेगा ये ज़िंदगी का सिलसिला क्या है सुकून ये बता मुझे मुझको भी खुशियों से मिला। #दरखास्त#