Nojoto: Largest Storytelling Platform

सोचता हूँ सूरज की हथेली में जड़ दूँ मैं एक टुकड

 
सोचता हूँ सूरज की हथेली में 
जड़ दूँ मैं एक टुकड़ा चाँद का
कि जब तपाए दुपहरी तुम्हारे यादों की 
एहसास गुज़ारी चाँदनी रातों का हो

©HintsOfHeart
  #Nostalgia