वर्षों से ठंडे पड़े लहू में, अब ज्वाला आग की लानी होगी बढ़ रहे हिन्द पर अत्याचारों पर, फिर फिर लगाम लगानी होगी राजपूतों के जीते जी कब तक पंडित मारे जाएंगे वर्षों से सोई हुई अब तलवार जागानी होगी खोल दो शस्त्रागारों को,तैयारी अब युद्ध की आई है हिंदुत्व राज पर फिर देखो, कुछ बुरी नज़र चढ अाई है तलवारों पर धार चढाव ,भालो की नोक सुधारो तुम कुछ जिहादियों के सिर पर फिर आज मौत चढ अाई है शायर शास्वत सिंह पंवार "अमन" पंडित कमलेश तिवारी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए एक कविता सभी के लिए #kamleshtiwari #kumarvishwas #shayarioftheday #aajtak #narendramodi #munnawarrana #nojoto #yourquotes #amarujala #shayarshaswat