बारिश की पहली बूंद ने क्या छुवा हमको बारिश कि पहली बूंद ने क्या छुवा हमको ❤️ उसके छूते ही पहला ज़िक्र हुआ तो भी सिर्फ तुम्हारा ❤️ एक सीने में आग सी लग गई एक सीन में आग सी लग गई ,❤️ वो बारिश की बूंदे भी नही उस आग को नहीं मिटा सकी aek yad तुम्हारी