ज़हा होड लगी हो नवाबो कि सहजादे वहा जाया नही करते, पर होड अगर अपनो कि हो तो पिछे हट के सहारा दे चले, वही दे गये चुप रहने कि सलाह बेवक्त जो खामोश रह चले, वक्त यु ही खामोश किया डर उसे भी मेरा रूख बदलने का, ज़हा होड लगी हो नवाबो कि सहजादे वहा जाया नही करते, ✍️