कुछ याद है तुम्हें, वो तेरी मेरी देरीना गुफ़्फ़तगू, बस एक चाह है दीदार की, बस दिखना तू मेरे चार सू। देरीना:-पुरानी गुफ़्फ़तगू:-बातचीत ♥️ कुछ याद है तुम्हें ♥️ #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ अपने मित्रों के साथ कोलाब करें।