अब दरबाजा बंद ही रहने दो, हमने अकेले रहना सीख लिया है और क्या कहा साथ चलूँ मैंने तुम्हारे जैसे ना जाने कितनों को देख लिया है ©Divyanksh Yadav divyanksh Yadav,, #खलवत,