// गधा..भ्रष्ट प्रशासन.. // अतिसचेत हैं कान खड़े हैं , हम लोगों से बहुत बड़े हैं ! अनुशासित हैं, थिंक टैंक हैं, चिंताओं से पूर्ण ब्लैंक हैं । किसी बात का न कोई असर इन पर , सींग नहीं हैं इनके सर पर ! आओ गर्दभ के गुण गायें , गली - गली में माला पहनाएं । यह राजाओं के राजा हैं , बजा रहे सबका बाजा हैं ! इनकी जो आरती उतारे , वही करें सब वारे न्यारे । - सुचिता पाण्डेय✍ #व्यंगात्मक_कविता #भ्रष्टराजनीति #प्रशासन #समाज़ #राजनीतिकपाखंड // गधा..भ्रष्ट प्रशासन.. //