मुझे तेरी कहानी का नहीं किरदार बनना है जहाँ है हक़ मेरा, उसका मुझे हक़दार बनना है बड़े क़ाबिल को देखे है भटकते दर-बदर फिरते मुझे ज़ाहिल, मुझे पागल, मुझे बेकार बनना है लड़ाऊँ तुमको मैं तुमसे सियासी दाँव मैं सीखूँ मिले मौका अगर जो इक मुझे सरकार बनना है वहम अफवाह शहरों की उसे छू कर गुज़रती है जिसे सच मानते हो तुम वही अख़बार बनना है "गराई" ढ़ो रहा है लाश ख़ुद का ख़ुद के कंधे पर मयस्सर मौत है मुझको नहीं लाचार बनना है #ग़ज़ल #MrgGhazal #nojoto #nojotohindi #NojotoGhazal