फक्र नहीं पड़ता अगर, फर्क नहीं पड़ता अगर दुनिया मुंह फेर ले मुझ से। आदत पड़ चुकी अकेले चलने की, अब नजरें मिलाता हूं खुद से।। बहुत निभाए प्यार भरे रिश्ते, टूट कर बिखर भी गया, कमबख्त आह भी ना निकली जुबां से। अब खुद से बातें करने में मसरूफ हूं, वास्ता नहीं अब दुनिया के उजालों से।। क्या देंगे मुझे पल भर की खुशियां, मैं तो खुद में ही खुश हूं, खुद में ही डूब जाने से। फर्क नहीं पड़ता अगर दुनिया मुंह फेर ले मुझ से..... ©Yogendra Nath #doesnotmatter#फर्क नहीं पड़ता