रूह बनके जिस्म में तुम मेरे आओ कभी पल दो पल का मैं हूं लम्हा तुम मुकम्मल जिंदगी मेरी सारी अर्जियां रब से पहले तुम सुनो सच कहूं तुम हो दीन मेरा तुम ही हो मेरी बंदगी #nojoto #poetry #love #arziyaan