किस को सुनाए अपने दिल की दास्तां याहा तो अपनों ने ही दिल तोड़ा है। जिंदगी भर साथ निभाने का वादा किया था बिच सफ़र में ही साथ छोड़ा है।। अजित /मोहन ज़ख्मी दिल