अप्रत्याशित कुछ कलंक ज़िन्दगी से धोए नहीं जाते । कुछ दर्द उम्र भर सहे नहीं जाते । मुख पर पर्दा रहे भले शर्म का , आँखों से मगर जज़्बात छुपाए नहीं जाते । मीले हक अगर किसी से दान में , उस हक से कभी वजुद लिखे नहीं जाते । सपनो के आँगन मे दुनिया हसीन होती हैं , वास्तव का इतीहास सपनो से सीखे नहीं जाते । दौलत का अमीर कोई कीतना ही हो भला , पैसों से मगर कभी सुकुन खरीदे नहीं जाते । सीकस्त भी सीखाते हैं ज़िन्दगी के पहलू , 'राग' हर जंग हर वक्त जीते नहीं जाते । ------RAG The ghazal of RAG #अप्रत्याशित #yqdidi #yqbaba #yqquotes #yqghazal #yqzindagi Collab open